छत्तीसगढ़ को मिलेगा SCR, 6 महीने की मेहनत से तैयार हुआ राज्य का सबसे बड़ा बिल

रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी अब देश के चुनिंदा शहरों की कतार में शामिल होने जा रही है। राज्य सरकार ने स्टेट कैपिटल रीजन (SCR) के गठन का रास्ता साफ कर दिया है। मानसून सत्र में पेश राज्य का अब तक का सबसे बड़ा बिल, 56 क्लॉज के साथ विधानसभा में पास हो गया है। रायपुर समेत पांच जिलों को मिलाकर नया SCR तैयार किया जाएगा, जिसका मकसद राजधानी क्षेत्र का समन्वित और तेज़ विकास सुनिश्चित करना है।
छह महीने की तैयारी, सीएम-वित्तमंत्री की मंजूरी के बाद मंज़ूर
इस विधेयक को तैयार करने में आवास पर्यावरण विभाग के सचिव अंकित आनंद, एनआरडीए के पूर्व-प्रस्तुत अधिकारी सौरभ कुमार और वर्तमान सीईओ चंदन कुमार ने लगातार छह से सात महीने तक काम किया। कई दौर की प्रेजेंटेशन के बाद आवास मंत्री ओपी चौधरी और फिर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंजूरी के बाद इसे विधानसभा में प्रस्तुत किया गया।
एनआरडीए से अलग होगा SCR
नवा रायपुर विकास प्राधिकरण (एनआरडीए) सिर्फ नवा रायपुर क्षेत्र में काम कर सकता है। लेकिन जब मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट को दुर्ग-राजनांदगांव तक ले जाने की बात आई, तब SCR का प्रस्ताव सामने आया। SCR अब एक बड़ा विकासात्मक निकाय बनेगा, जो राजधानी क्षेत्र के विस्तृत जिलों तक काम कर सकेगा।
किन जिलों को किया जाएगा शामिल?
हालांकि, SCR में शामिल जिलों की आधिकारिक सूची अब तक जारी नहीं हुई है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, महासमुंद (आरंग क्षेत्र), और धमतरी (कुरूद क्षेत्र) को इसमें जगह मिल सकती है। यह सभी इलाके भौगोलिक और विकास की दृष्टि से नवा रायपुर से जुड़ते हैं।
नोटिफिकेशन और रूल्स जल्द
SCR का नोटिफिकेशन अभी जारी नहीं हुआ है, लेकिन इसके बाद नियम (Rules) बनाए जाएंगे। तब तक सभी कार्य टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के नियमों के तहत ही होंगे। रूल्स लागू होते ही SCR को स्वतंत्र अधिकार मिल जाएंगे।
बनेगा इकोनॉमिक मास्टर प्लान
बिल पास होने के बाद SCR के लिए इकोनॉमिक मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। इसके तहत क्षेत्र में मेट्रो, नई सड़कें, रिंग रोड, इंडस्ट्रियल जोन, एजुकेशन हब और कनेक्टिविटी नेटवर्क विकसित किए जाएंगे। योजना के लिए एजेंसियां नियुक्त की जाएंगी और भारत सरकार से भी सहयोग लिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ बना देश का तीसरा राज्य
दिल्ली के NCR और तेलंगाना (हैदराबाद), महाराष्ट्र (मुंबई) के बाद अब छत्तीसगढ़ देश का तीसरा राज्य बन गया है, जहां स्टेट कैपिटल रीजन का निर्माण हो रहा है। NCR की तरह यह SCR भी आर्थिक, सामाजिक और बुनियादी ढांचे के समुचित विकास का केंद्र बनेगा।
अब SCR के जरिए छत्तीसगढ़ की राजधानी को मिलेगा राष्ट्रीय स्तर की योजना और ढांचे वाला समर्पित क्षेत्र, जो राज्य के विकास को देगा नई रफ्तार।