छत्तीसगढ़राज्य

लोकसभा में गूंजा छत्तीसगढ़ के प्रदूषण का मुद्दा: बृजमोहन ने की कार्यवाही की मांग

रायपुर । रायपुर सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने मंगलवार को लोकसभा में छत्तीसगढ़ में बढ़ते प्रदूषण की गंभीर समस्या उठाई और केंद्र सरकार से त्वरित हस्तक्षेप की मांग की।

सांसद अग्रवाल ने नियम 377 के तहत केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की पर्यावरणीय स्थिति लगातार बिगड़ रही है और इस पर ठोस कदम उठाना जरूरी है।

उन्होंने बताया कि देशभर के 131 नॉन-अटेन्मेंट सिटीज़ (जहाँ प्रदूषण स्तर मानक से अधिक है) में छत्तीसगढ़ के रायपुर, कोरबा और भिलाई शामिल हैं। इसके अलावा रायगढ़ और जांजगीर-चांपा की स्थिति भी चिंताजनक है।

सांसद ने रायपुर के बाहरी इलाकों सिलतरा, उरला और बोरझरा का जिक्र करते हुए कहा कि यहाँ भारी उद्योगों की अधिकता ने वायु और जल प्रदूषण को असामान्य स्तर तक पहुँचा दिया है। इसका सीधा असर आम लोगों के स्वास्थ्य और आजीविका पर पड़ रहा है।

उन्होंने सदन को अवगत कराया कि छत्तीसगढ़ प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने इस विषय पर नागपुर स्थित नीरी (NEERI) से रायपुर के 142 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का विस्तृत अध्ययन कराया था। सांसद अग्रवाल ने मांग की कि इस रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए और उसमें सुझाई गई अनुशंसाओं पर अब तक हुई कार्रवाई का ब्यौरा जनता के सामने लाया जाए।

सांसद ने पूरे राज्य में इसी तरह का विस्तृत अध्ययन कराने की भी आवश्यकता जताई ताकि वर्ष 2025 तक प्रदूषण और पर्यावरणीय मानकों की स्पष्ट तस्वीर सामने आ सके। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में जैविक प्रजातियों के प्रत्यारोपण और संवर्धन की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएँ, जिससे जल-जंगल-जमीन और हवा शुद्ध हो सके। इससे किसानों को स्वच्छ भूमि मिलेगी और कृषि व बागवानी उत्पादन में वृद्धि होगी।

अंत में सांसद अग्रवाल ने पर्यावरण मंत्री से मांग की कि वे इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर प्रभावी कदम उठाएँ, ताकि छत्तीसगढ़ की जनता को स्वच्छ हवा और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध हो सके।

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