
आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सलियों के लिए राज्य सरकार ने एक बड़ी सौगात दी है। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने शुक्रवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नक्सल संगठनों ने कई लोगों को न सिर्फ परिवार से दूर किया, बल्कि पिता बनने का भी सुख छीन लिया। उनकी नसबंदी कर दी, लेकिन अब सरकार उन सभी नक्सलियों को टेस्ट ट्यूब बेबी की सुविधा उपलब्ध कराएगी।
सामूहिक विवाह करवाएगा महिला एवं बाल विकास विभाग
साय सरकार आत्मसमर्पित नक्सलियों को मुख्यधारा में जोड़ने के साथ ही परिवार बढ़ाने में भी मदद करेगी। गृहमंत्री ने कहा कि पुनर्वास केंद्र में रह रहे युवक-युवतियां जो शादी के योग्य हैं, उनका सामूहिक विवाह भी कराया जाएगा। आने वाले दिनों में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा एक बड़े स्तर पर सामूहिक विवाह का आयोजन किया जाएगा।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि हमारे प्रावधानों में है, जिनकी नसबंदी कराई जाती है, वे मुख्य धारा में आने के बाद (सरेंडर करने के बाद) अगर माता-पिता बनना चाहते हैं तो सरकार द्वारा टेस्ट ट्यूब बेबी की सुविधा भी दी जा रही है। डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि पुनर्वास केंद्रों में नौजवान भी आ रहे हैं। उनके विवाह के भी चिंता सरकार कर रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग सामूहिक विवाह करवाएगा। यह बेहद अलग और अद्भुत नजारा होगा।
मानसून में भी चलेगा एंटी नक्सल ऑपरेशन
वहीं, बारिश के मौसम में भी एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी रखने को लेकर उन्होंने कहा कि मानसून में जवानों को नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इसके लिए जवानों को हैदराबाद में ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जवानों के हौसले के सामने सभी चुनौतियां फीकी पड़ रही हैं।
अबूझमाड़ में सक्रिय 22 नक्सलियों का सरेंडर
नारायणपुर में अबूझमाड़ में लगातार नक्सलियों का आधार कमजोर होता जा रहा है। नक्सल ऑपरेशन का असर अब नक्सलियों की एरिया कमेटियों में देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को कुतुल एरिया कमेटी के 37 लाख 50 हजार रुपए के इनामी 14 पुरुष और 8 महिला नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया। एसपी रॉबिनसन गुरिया के सामने आत्मसमर्पण करते हुए नक्सलियों ने कहा कि वे अब हिंसा के रास्ते पर नहीं चलना चाहते इसलिए मुख्यधारा में लौट रहे हैं।
सरेंडर करने वालों को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता चेक सौंपा गया। कुतुल एरिया कमेटी के सचिव और उसकी पत्नी ने भी सरेंडर किया है। कमेटी सचिव सुखलाल कुंजाम पर 8 लाख रुपए का इनाम घोषित था। इसके साथ ही उसकी पत्नी हिड़मे ने भी अब हिंसा से तौबा कर ली है, उस पर 5 लाख रुपए का इनाम था। सुखलाल बीते 19 वर्षों से सक्रिय था। उस पर इरकभट्टी कैंप पर ग्रेनेड हमला करने का आरोप था।