गाज़ा के समर्थन में दिल्ली में विशाल प्रदर्शन – इज़रायल की निंदा, भारत सरकार से कार्रवाई की अपील

नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली में आज गाज़ा के समर्थन में एक विशाल प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें नागरिकों, छात्रों, सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक नेताओं सहित सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने इज़रायल की गाज़ा पर सैन्य व राजनीतिक कब्ज़े की योजना को कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह पहले से जारी मानवीय त्रासदी को और गहरा करेगा।
वक्ताओं ने इज़रायल की कार्रवाई को “नरसंहार” करार दिया और बताया कि अक्टूबर 2023 से अब तक लगभग 1 लाख फ़िलिस्तीनी, जिनमें महिलाएँ और बच्चे भी शामिल हैं, मारे जा चुके हैं। अस्पताल, स्कूल, घर और शरणार्थी शिविरों को योजनाबद्ध ढंग से निशाना बनाया गया है। गाज़ा में भुखमरी और स्वास्थ्य सेवाओं के ध्वस्त होने की चेतावनी दी गई।
प्रदर्शन में निम्न माँगें रखी गईं:
1. तत्काल युद्धविराम और मानवीय गलियारों की व्यवस्था।
2. भारत और विश्व शक्तियों द्वारा इज़रायल के साथ सभी सैन्य सहयोग समाप्त करना।
3. नेतन्याहू के ख़िलाफ़ अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय के गिरफ्तारी वारंट का समर्थन।
4. स्वतंत्र और संप्रभु फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना के लिए ठोस कदम।
5. भारत की परंपरा अनुसार पीड़ितों का समर्थन और नागरिक समाज द्वारा बहिष्कार व जागरूकता अभियान तेज़ करना।
वक्ताओं ने मुस्लिम देशों से भी अधिकतम दबाव डालने की अपील की और कहा कि नरसंहार के सामने चुप रहना नैतिक व संवैधानिक ज़िम्मेदारी से भागना है।
इस मौके पर जमाअत-ए-इस्लामी हिन्द के अध्यक्ष सैयद सदातुल्लाह हुसैनी, जमीअत उलेमा-ए-हिन्द के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन क़ासमी, प्रो. अपरोव आनंद, प्रो. वी.के. त्रिपाठी, वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंग, एनएफआईडब्ल्यू महासचिव निशा सिद्दू, पूर्व सांसद मोहम्मद अदीब समेत अनेक प्रमुख हस्तियों ने संबोधित किया।