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पाकिस्तान का खूनी जनरल ट्रंप के साथ लंच कर रहा था, ऑपरेशन सिंदूर पर प्रियंका गांधी के तीखे सवाल

लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका वाड्रा गांधी ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि खून से रंगे हाथों वाला एक पाकिस्तानी जनरल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बैठकर लंच करता है। बता दें कि प्रियंका गांधी का इशारा पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर की तरफ था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने वाइट हाउस में आसिम मुनीर को लंच पर आमंत्रित किया था। मीडिया को इस लंच में आने की अनुमति नहीं थी। ट्रंप ने बाद में कहा था कि जनरल आसिम मुनीर ने भारत के साथ युद्ध रोकने में अहम भूमिका निभाई है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि इतने बड़े आतंकी हमले के बावजूद गृह मंत्री अमित शाह अपने पद पर बने हुए हैं, क्योंकि इस सरकार में श्रेय लिया जाता है, जिम्मेदारी नहीं ली जाती। उन्होंने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष चर्चा में भाग लेते हुए यह आरोप लगाया कि पहलगाम में लोग सरकार के भरोसे गए थे, लेकिन सरकार ने उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया। प्रियंका गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह पर पलटवार करते हुए कहा, ‘गृह मंत्री ने मेरी मां के आंसू के बारे में बात की। मेरी मां के आंसू तब गिरे, जब उनके पति को आतंकवादियों ने शहीद किया। उस समय वह मात्र 44 साल की थीं। अब मैं 26 लोगों की बात कर रही हूं क्योंकि मैं उनका दर्द जानती हूं।’

उन्होंने सदन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के भाषण का उल्लेख करते हुए कहा, ‘रक्षा मंत्री का लंबा भाषण था। दूसरे भाषण भी सुने। मेरे मन में बार-बार यह बात आई कि सारी बातें कर लीं, इतिहास का पाठ पढ़ा दिया, लेकिन यह नहीं बताया गया कि 22 अप्रैल, 2025 को हमला कैसे हुआ और क्यों हुआ।’ उन्होंने सवाल किया, ‘बैसरन घाटी में सुरक्षा क्यों नहीं थी? क्या सरकार को पता नहीं था कि वहां इतने लोग आते हैं।’ प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि लोग सरकार के भरोसे गए और इस सरकार ने उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया।

उन्होंने सवाल किया, ‘क्या लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की नहीं है?’ प्रियंका गांधी ने कहा, ‘उप राज्यपाल (मनोज सिन्हा) एक साक्षात्कार में कहते हैं कि बैसरन घाटी में बहुत ज्यादती हुई है, उसकी जिम्मेदारी मैं लेता हूं।’ उन्होंने दावा किया कि टीआरएफ आतंकी संगठन 2019 में बना और कश्मीर घाटी में पांच साल के दौरान 25 आतंकी हमले किए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह एजेंसियों की बड़ी विफलता है।

कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘सरकार ने एजेंसियों की विफलता की जिम्मेदारी ली? गुप्तचर ब्यूरो (आईबी) गृह मंत्री जी के कार्यक्षेत्र में आता है, क्या उन्होंने इस्तीफा दिया? इस्तीफा तो छोड़िए, क्या उन्होंने जिम्मेदारी भी ली?’ प्रियंका गांधी ने सरकार पर पलटवार करते हुए कहा, ‘आप इतिहास की बात करिये। मैं वर्तमान की बात करना चाहती हूं। आप 11 साल से सत्ता में हैं और अपनी जिम्मेदारी खुद लीजिए।’

उन्होंने कहा, ‘मुंबई हमले के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया था और गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया। उनकी इस देश की जनता के प्रति जवाबदेही थी।’ प्रियंका गांधी ने कहा, ‘उरी, पुलवामा और पठानकोट के समय राजनाथ जी गृह मंत्री थे। अमित शाह जी के गृह मंत्री रहते पहलगाम हमला हुआ, दिल्ली में दंगे हुए, मणिपुर में हिंसा हुई, वह अपने पद पर बने हुए हैं।’

उन्होंने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर का श्रेय तो प्रधानमंत्री जी चाहते हैं। श्रेय लीजिए। सिर्फ श्रेय लेने से नेतृत्व नहीं होता, जिम्मेदारी भी लेनी पड़ती है।’ प्रियंका गांधी ने कहा, ‘‘देश के इतिहास में पहली बार हुआ कि युद्ध रुक गया और इसका ऐलान अमेरिका के राष्ट्रपति करते हैं। यह हमारे प्रधानमंत्री की गैर-जिम्मेदारी का सबसे बड़ा प्रतीक है।’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि जंग रुकी क्यों?’

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